Saturday, October 22, 2011

मतिभ्रम...

# # #समझो मत
सूर्य ने
उग कर,
दिया
अन्धेरा मार,
पल को
बन्द कर
द्वार को,
फिर से
तिमिर तैयार...

[लगता है रीपीट परफोर्मेंस है, एंजॉय करिए :)]


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