Tuesday, November 15, 2011

सफ़र...


# # #
कितनी
आसां है
राह इज़हार की
बस
अलफ़ाज़,
काफिया
और बहर...

होता है
मगर शुरू
ख़ामोशी के
बियावां से
एहसास को
महसूस करने का
सफ़र...

No comments:

Post a Comment