Sunday, April 25, 2010

भान.....

# # #
समझ
नाहर को
सियार,
पीछे पड़ गये
स्वान,
दौड़े
पूंछ दबा
तुरत,
जब दिया
दहाड़ ने
भान....

(नाहर=शेर, स्वान=कुत्ता, दहाड़=सिंह-गर्जना)

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