Wednesday, November 17, 2010

ज़िन्दगी खूबसूरत है...

# # #
सहज
स्वाभाविक
सार्थक है जो
रूह-ओ-जिस्म की
ज़रुरत है,
संयोंग,
संश्रय,
संसर्ग से ही
ज़िन्दगी
खूबसूरत है...

No comments:

Post a Comment