Saturday, March 6, 2010

दिनरात (१५) : सुनहली फसल

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वक़्त-किसान
अँधेरे के
भैंसे से
जोत कर
चाँद का हल,
बौ देता है
फलक में
बीज
सितारों के ;
(और)
निपजती है
जिससे
दिन की
सुनहली
फसल......

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