आज तुम नाराज़ हो
और मैं हूँ उदास
ना जाने क्या कह दिया है
मेरे शब्दों ने
जो नहीं चाहती थी
मैं कहना.....
जब जब
परोसती हूँ मैं
भावनाओं को
पका कर शब्दों में
ना जाने क्यों
हो जाती हैं वे
'Corrupt' (दूषित)...........
और मैं हूँ उदास
ना जाने क्या कह दिया है
मेरे शब्दों ने
जो नहीं चाहती थी
मैं कहना.....
जब जब
परोसती हूँ मैं
भावनाओं को
पका कर शब्दों में
ना जाने क्यों
हो जाती हैं वे
'Corrupt' (दूषित)...........
kitni saral bhaasha par utni hi sashakt rachna ...
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