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Friday, October 22, 2010
शोर.../Shor
# # #
हुई हूँ
घिरी मैं
अनगिनत
आवाजों से,
शोर इतना है
ऐ मेरे महबूब !
पुकारूँ तो
पुकारूँ
तुम को
कैसे.....?
hui hun
ghiri
main
anginat
aawazon se,
shor itna hai
aey mere mehboob !
pukarun to
pukarun
tum ko
kaise....?
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