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Wednesday, March 17, 2010
मतलब की मनुहार....
@ @ @
अलविदा !
कह देते
हंस,
सूख जाता है
जब
सरवर,
मतलब की
मनुहार,
झूठा कहे जग :
हुज़ूर
बन्दा परवर !
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पराया है.....(राजस्थानी/हिन्दुस्तानी)
अश्क जो टपके पलकों से...
औ सफ़र तीरथां जिस्यो ही है.. (राजस्थानी) (हिन्दुस्...
जब तू नहीं था....
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गहरायी रात....
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सच का चेहरा....
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मतलब की मनुहार....
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दिनरात (२०) : डूबना तैरना
दिनरात (१९) : वक़्त कुम्हार
दिन रात (१८) : चांदनी की ठंडाई
दिन रात (१७) : सितारों के हर्फ़...
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दिनरात (१६) : बहार फलक में
महिला दिवस पर....
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