Monday, September 21, 2009

प्यासी प्यासी सी........


......

मैं तो डूबी हूँ
तेरे होने के
एहसासों में,
ये जिस्म
तुझको
रूह तक
ले आने का
इक जरिया है.....

प्यासी प्यासी सी
खडी हूँ मैं
किनारे पे ,
तू सुकूं का
बहता हुआ
इक दरिया है.......

main to doobi hun
tere hone ke
ehsason men,
yeh jism
tujhko
rooh tak
le aane ka
ik zariya hai.....

pyaasi pyaasi si
khadi hun main
kinaare pe,
tu sukoon ka
bahta hua
ik dariya hai......

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