Saturday, May 29, 2010

भय...

दृष्टि
चींटी की
पड़ी
हाथी पर
डर गयी
और
समा गयी
बिल में
अपने...

दृष्टि
हाथी की पड़ी
चींटी पर,
रेंगती
मौत को
देख
प्रत्यक्ष
उठ गयी
सूंड
विशालकाय
गजराज की...

भय
मिटा देता है
अंतर
लघु का
विशाल का,
परिमाप

भय
का

होता है
एक सा...

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