Saturday, May 15, 2010

रचना और शब्द...

चुनने होते हैं

प्रत्येक रचना के

अनुरूप शब्द,

चुस्त

कसे हुए हों

उपनाह

मुस-मुस जायेंगे

सुकोमल पांव

घुट जायेगा

तन-मन,

ढीले होंगे यदि

पदत्राण

होगी स्थिति

डावांडोल,

नहीं बढ़ पाएंगे

कदम…..

जो जानते है

इस सच को

वो ही

उठाएंगे

यथोचित माप के संग

कागज़ और कलम……

(उपनाह/पदत्राण=जूते, shoes.)

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