(१)
सूरज ने
पहना है
चश्मा काला
बोला
एक उज्जड
रात
हो गयी...
(२)
रखते हैं
तराजू में
हर उम्दा
सामान
बोझ
सहता है
कोई
मौज
करता है
कोई...
(३)
जो कलम
करती है
कायनात में
उजाला
काटा जाता है
नाक
उसका
किया
जाता है
मुंह काला...
Friday, May 28, 2010
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