Sunday, June 20, 2010

कैसी विडम्बना...

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मधुसंचय
श्रम में
मधुपर्णी ने
लगाया
श्वेद और
हृदय,
इलाज़ में
नुस्खा
औषध का
किन्तु
लिखता जाता
वैद्य...

(मधुपर्णी=मधुमख्खी)

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